तुलसी के इतना अधिक उपयोग होने की वजह से इसका धार्मिक महत्व भी काफी अधिक हो जाता है। हिंदु धर्म के अनुसार, तुलसी में सभी तरह के देवी देवताओं का निवास माना जाता है। इसीलिए तुलसी की पूजा की जाती है।
तुलसी का नाम तो आपने सुना ही होगा, तुलसी हिंदु धर्म के अंदर काफी अधिक पवित्र माना जाता है। इस पौधे की पवित्रता की वजह से ही इसको हम लोग अपने घर के आंगन मे और बाग के अंदर लगाने का काम करते हैं भारत के अनेक प्राचीन ग्रंथों के अंदर तुलसी की उपयोगिता के बारे मे लिखा हुआ है। ऐलोपैथी, होमियोपैथी और यूनानी दवाओं में भी तुलसी का किसी न किसी रूप में प्रयोग किया जाता है।
तुलसी मुख्य रूप से वर्षा ऋतु में उगते है और शीतकाल में फूलते हैं। तुलसी का पौधा काफी अधिक सालों तक जीवित नहीं रहता है। इस पौधे के जीवन काल 2 से 3 वर्षों के अंदर बना रहता है। और उसके बाद आपको दूसरा तुलसी का पौधा उगाना पड़ता है।
तुलसी के अंदर भी दो प्रकार की तुलसी होती हैं । एक को श्री तुलसी के नाम से जाना जाता है तो दूसरे को कृष्णा तुलसी के नाम से जाना जाता है। कृष्णा तुलसी जिसकी पत्तियाँ नीलाभ-कुछ बैंगनी रंग लिए होती हैं। श्री तुलसी के पत्र तथा शाखाएँ श्वेताभ होते हैं ।
तुलसी सिर्फ धार्मिक महत्व की ही नहीं है। यह आयुर्वेद के अंदर अनेक तरह की समस्याओं का ईलाज करने के लिए जानी जाती है। तुलसी आमतौर पर सर्दी-जुकाम, खॉसी, दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग के अलावा और भी कई तरह की समस्याओं का ईलाज करने के लिए जानी जाती है।
तुलसी की पूजा करने के फायदे (tulsi ki puja ke fayde)
तुलसी की घर के अंदर पूजा होती है। तुलसी की पूजा करने के अनेक फायदे होते हैं। तुलसी के अंदर अनेक बीमारियों को दूर करने के गुण तो हैं ही इसके अलावा भी यह कई तरह की समस्याओं को हल कर सकती है।
तुलसी की पूजा करने के फायदे दरिद्रता ख़तम होता है। जिस घर के आंगन के अंदर तुलसी होती है या फिर जिस घर के लोग तुलसी को जल देते हैं वहां पर किसी भी तरह की दरिद्रता नहीं आती है। क्योंकि तुलसी के अंदर लक्ष्मी का वास माना जाता है क्योकि तुलसी की पूजा करने का मतलब लक्ष्मी की पूजा करने जैसा होता है।
तुलसी की पूजा करने का फायदा ( tulsi ki puja ke fayde ) यह है कि आप जो गरीबी के अंदर जी रहे थे वह सब समस्या कम हो जाती है। यदि आप भी दरिद्रता से काफी अधिक परेशान हैं तो आपको तुलसी का पौधा अपने घर मे लाना चाहिए और उसके अंदर जल को ढ़ालना चाहिए । जिससे कि सारी समस्याएं धीरे धीरे हल होने लग जाएंगी।
हम पैसा तो बहुत अधिक कमाते हैं लेकिन उसके बाद भी पैसा बच नहीं पाता है। इस तरह की समस्याएं कई लोगों के साथ होती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको तुलसी के पौधे की मदद लेनी चाहिए ।
दोस्तों तुलसी की पूजा करने के फायदे के अंदर यह भी आता है कि यह नकारात्मकता को दूर करने का काम करती है। नकारात्मकता का मतलब होता है घर के आस पास मौजूद रहने वाली बुरी ताकते जैसे कि भूत प्रेत आदि का प्रभाव और सकारात्मकता का मतलब होता है अच्छी ताकते । माना जाता है कि घर के अंदर यदि तुलसी का वास होता है तो इससे सकारात्मकता आती है।
धन मे बढ़ोतरी
तुलसी की पूजा करने के फायदे यह भी हैं कि यह धन के अंदर बढ़ोतरी होती है। तुलसी की पूजा करने से धन की कमी को दूर किया जा सकता है। यदि आपके भी कोई बिजनेस सही तरीके से नहीं चल रहा है और घर के अंदर धन ही नहीं आता है तो आप तुलसी की पूजा कर सकते हैं।
घर मे कलह को दूर करती है तुलसी
कुछ घरों के अंदर देखा होगा कि अक्सर कलह होती रहती है कभी घर के अंदर शांति स्थापित नहीं हो पाती है। यदि आपके घर के अंदर भी अक्सर कलह होती रहती है तो उसके बाद आपको तुलसी की पूजा करनी चाहिए । और तुलसी की पूजा करने से आपके घर के अंदर होने वाली कलह दूर हो सकती है।
तुलसी वास्तुदोष दूर करती है
वास्तुदोष कई घरों के अंदर होता है। यदि आपके घर के अंदर भी वास्तुदोष है तो इसकी वजह से आपके घर मे नगेटिव उर्जा आएगी और उसकी वजह से घर के अंदर समस्याएं पैदा होंगी वैसे तो वास्तुदोष को दूर करने के अनेक तरीके मौजूद हैं लेकिन इन तरीकों के अंदर तुलसी की पूजा करने का भी एक तरीका है।
तुलसी की पूजा करने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इससे आपको सभी देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। तुलसी के अंदर सभी देवी और देवताओं का निवास माना गया है तो यदि आप तुलसी की पूजा करते हैं तो इससे आपके उपर सभी देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
तुलसी की पूजा करने का तरीका
तुलसी की पूजा करने के लिए सबसे पहले आपको सुबह जल्दी उठान होगा और फिर आपको स्नान आदि करना होगा उसके बाद अपने देवता की पूजा करें । फिर तुलसी को प्रणाम करें और शुद्ध घी का दीपक आपको जलाये साथ में और धूप भी आपको जलाना चाहिए। दीपक को रखने के बाद तुलसी को सिंदूर और हल्दी को अर्पित करना चाहिए। उसके बाद तुलसी की सात प्ररिक्रमा करें। फिर तुलसी के आगे बैठते हुए एक माला का आपको जाप करना चाहिए ।
तुलसी की पूजा मे कुछ सावधानियां
यदि आप तुलसी की पूजा करने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ सावधानियों के बारे मे भी विचार कर लेना चाहिए । यदि आप गलत तरीके से तुलसी की पूजा करते हैं तो उसके बाद समस्या पैदा हो सकती है।
- रविवार के दिन तुलसी के पौधे को जल नहीं देना चाहिए और उसकी पूजा भी नहीं करनी चाहिए । इसके अलावा किसी ग्रहण के समय भी तुलसी की पूजा नहीं की जानी चाहिए ।
- तुलसी के पुराने पतियों को फेंकना नहीं चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- धार्मिक मान्यता के अनुसार तुलसी के पतियों को कभी भी शाम को नहीं तोड़ना चाहिए ।
- तुलसी का पौधा कभी भी घर की दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे परिवार के लोगों को धन हानि हो सकती है।
तुलसी के फायदे ( tulsi ki puja ke fayde )
- यदि रोजाना कुछ तुलसी के पत्तों का सेवन करते हैं तो इससे तनाव को कम किया जा सकता है।
- यदि शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है तो हम काफी जल्दी बीमार हो जाते हैं क्योंकि हम बीमारियों का मुकाबला नहीं कर पाते हैं। तुलसी के अंदर इस तरह के गुण होते हैं जोकि आपके शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को काफी बढ़ा सकता है।
- और उसके बाद रोगाणू हमारे उपर आसानी से हावी हो जाते हैं।
- तुलसी मोटापे को कम करने के लिए काफी फायदेमंद होती है।
- तुलसी के अंदर एंटीबैक्टीरियल के गुण होते हैं जोकि कई तरह की बीमारियों से लड़ने का काम करती है खास कर जो बीमारियां मसूड़ों से जुड़ी होती हैं।
- तुलसी के रस का आंखों की कई तरह की समस्याओं से आराम दिलाने का काम करता है आंखों में जलन और सूजन आदि की समस्या को दूर करने के लिए तुलसी के पत्ते के रस का प्रयोग कर सकते हैं.
- सिरदर्द को रोकने मे तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद हो सकते हैं।
- यदि आप हर्ट रोग के खतरे को कम करना चाहते हैं तो तुलसी के रस का सेवन करना चाहिए ।
- यदि गले के अंदर खराश है तो फिर तुलसी के पत्तों का बना रस का सेवन करना चाहिए । यही आपके लिए काफी फायदेमंद होता है।
- यदि आपके बाल भी काफी अधिक झड़ रहे हैं तो तुलसी का प्रयोग करना आपके लिए काफी फायदेमंद होता है।
- त्वचा की कई तरह की समस्याएं होती हैं और उनके अंदर तुलसी का उपयोग किया जा सकता है।
- तुलसी का सेवन करने का फायदा यह है कि यह आपके शरीर के अंदर खून के बहाव को बेहतर करने का काम करता है।